मेहनत की बात करें तो हर काम को सफलता पूर्वक करने के लिए मेहनत की आवश्यकता होती है मेहनत के बिना किसी भी काम को पूरा नहीं किया जा सकता लेकिन फिर भी कुछ लोग ज्यादा सफल होते हैं
इसका क्या कारण है जबकि दोनों ने बराबर मेहनत की दोनों हमेशा साथ रहे
यहां हम बात करेंगे स्मार्ट वर्क की जो हार्ड वर्क से ज्यादा महत्वपूर्ण है वर्क हम दोनों जगह कर रहे हैं लेकिन एक जगह हार्ड वर्क कर रहे हैं और स्मार्ट वर्क करें अब इन दोनों में फर्क क्या है यही हम आज आपको बताएंगे
पहली बात स्मार्ट वर्क करने वाले हमेशा एक कदम आगे रहते हैं
अपने चारों तरफ क्या हो रहा है उससे उसके बारे में जागरूक रहते हैं
स्मार्ट वर्क आज जरूरत बन चुका है अब करोड़ों लोग रेलवे के लिए हॉस्टल के लिए फॉर्म भरते हैं सभी का सिलेक्शन तो होगा नहीं स्मार्ट वर्क करेगा उसी का सिलेक्शन होगा
कंपटीशन एग्जाम वाले ध्यान दें किताब खरीदने में पैसे बर्बाद ना करें
दिमाग का इस्तेमाल करें
जब भी हम किसी एग्जाम का फॉर्म भरते हैं दूसरे दिन किताब लेने चले जाते हैं वहां पर पहले से ही बहुत सारी किताबें होती है जिन पर लिखा होता है सभी एग्जाम का नाम
इसलिए आपको सचेत रहने की आवश्यकता है और ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता है ताकि आपके धन की अनावश्यक बर्बादी न हो
किताब खरीदते समय ध्यान रखने वाली जरुरी सावधानिया
INDEX जरूर देखें
इससे आपको जानकारी होगी कि कौन कौन से टॉपिक इस किताब में कवर किए गए है और कोंसे टॉपिक इसमें नहीं है
कवर पेज देखकर किताब का अनुमान न लगाये
एक अंग्रेजी कहावत है डोंट जज ए बुक बाय इट्स कवर यानि की बहुत पहले ही कहा जा चुका है की किताब के कवर को देखकर उसके अंदर की मटेरियल या अध्ययन सामग्री का अंदाजा ना लगाएं कवर पेज तो बहुत शानदार हो मगर अध्ययन सामग्री का स्तर बहुत ज्यादा गिरा हुआ हो
टॉपिक को ध्यान से देखें सिलेबस में है या नहीं और हां हो सके तो सिलेबस साथ लेकर जाएं या सिलेबस याद रखे
किताब में दिए गए टॉपिक का सिलेबस से जरूर मिलान करें कभी-कभी आधा सिलेबस ही कवर हो पाता है किसी बुक में और जब हम पढ़ना शुरू करते हैं तब हमें ज्ञात होता है सिलेबस ही कवर नहीं हो रहा है या जो टॉपिक दिए हैं वह सिलेबस में नहीं है
बुक खरीदने में जल्दी बाजी ना करें
जल्दबाजी में किताबें कभी ना खरीदें किसी ने सही कहा है जल्दी का काम शैतान का होता है
किताब को जांच परख कर ही खरीदें यह आपके बहुमूल्य धन और समय की बर्बादी को रोकता है
ध्यान रखें किताब को नएसिलेबसके अनुसारअपडेट कर दिया गया है
कभी-कभी हम विज्ञप्ति आने के तुरंत बाद किताब खरीदने चले जाते है जबकि नयी विज्ञप्ति में दिए गए सिलेबस के अनुसार अभी तक किताब नहीं आई और पुरानी विज्ञप्ति में दिए गए सिलेबस के अनुसार ही किताबें उपलब्ध है और नए और पुराने सिलेबस में जमीन आसमान का अंतर है
उस किताब पर ज्यादा ध्यान दें जो संबंधित एग्जाम के लिए हीलिखी गई है
ज्यादातर किताबें सभी एग्जाम को कवर करने का प्रयास करती है लेकिन ऐसा प्रायोगिक तौर पर संभव नहीं है क्योंकि हो सकता है सभी एग्जाम को कवर करने के प्रयास में किताब में अधिक सामग्री हो जो आपके लिए लाभदायक न हो उसे पढ़ने से आप के समय की बर्बादी होगी
उदाहरण के तौर पर भूगोल की 4 टॉपिक ही आप के सिलेबस में है और उनका स्तर भी कक्षा 12 तक ही है लेकिन संबंधित किताब में पूरी भूगोल को ही कवर किया गया है https://youtu.be/DKrTWfp48oE
एग्जाम के स्तर को देखकर किताब खरीदें
आपका उद्देश्य नौकरी लगना है किसी विषय पर पीएचडी करना नहीं है
कभी-कभी ऐसा होता है कि हम उस बुक को देखकर आकर्षित हो जाते हैं और उसे खरीद लेते हैं थोड़ा सब्र रखें और सोचे यह किताब नौकरी लगने के बाद खरीद सकते है अभी आपका उद्देश्य अपनी पसंद की किताबों को पढ़ने का नहीं है आपको एग्जाम की बुक पढ़ना है
हो सकता है इतिहास आपका पसंदीदा विषय हो परंतु मांग के अनुसार जिस भी एग्जाम की आप तैयारी कर रहे हैं उसमें इतिहास के विषय से संबंधित बहुत कम टॉपिक.है और वह भी बिल्कुल बेसिक है इसलिए भावनाओं में ना बहे अपना फोकस बनाए रखें सिलेबस की मांग के अनुसार