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पढ़ने में मन कैसे लगाएं

 

पढ़ने में मन कैसे लगाएं

 


चाहे वह स्कूल के विद्यार्थी कॉलेज के विद्यार्थी आज के इस दौर में जब मन भटकाने वाले साधनों की कमी नहीं है

छात्रों के लिए इस समस्या ने विकराल रूप धारण कर लिया है

कंपटीशन एग्जाम की तैयारी करने वाले

इसी सम्बन्ध में छात्रों की बहुत सारी समस्याएं हैं जो उन्होंने मेरे साथ शेयर की जैसे 

जब भी किताब खोलते हैं नींद आने लगती है

नींद नहीं आती है तो थोड़ी देर बाद दिमाग कहीं और चला जाता है

देख किताब की तरफ रहे है और दिमाग कहीं और है

4 लाइनें पढ़ने के बाद मोबाइल बज जाता है

  नहीं थोड़ी देर में कोई दोस्त आ जाए

इन सब समस्याओं का समाधान इस वीडियो में बताऊंगा जिससे आपको पढने में मजा आने लग जायेगा

फिर कभी आपको इस समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा

 

 सबसे बड़ा कारण है दृढ़ इच्छाशक्ति की कमी है इच्छा शक्ति मजबूत है तो आंधी आए तूफान आए आपको पढ़ने से कोई नहीं रोक सकता सबसे बड़ी कमी दृढ़ निश्चय की आप अपने दिमाग में एक बार ध्यान दें आपको पढ़ना है 

 दुनिया की कोई भी ताकत आप को रोक नहीं सकती और रही बात भीड़ की तो अगर आपने खा लिया उस दिन तो छोड़िए रात को भी नींद नहीं आई

 

अब हम बात करेंगे सोशल मीडिया दुनिया को देखने से दुनिया नहीं बदलने वाली शुरुआत आपको अपने आप से करनी है दिन भर दोस्तों को फोटो देखते रहने आपका कोई भला नहीं होगा आप 2 साल से वही देख रहे हैं अगर आपको कोई एक फायदा हुआ हो तो आप अपने दिल पर हाथ रख कर दो अगर फायदा होता आपको तो 2 साल से देख रहे हैं अगर 2 साल में भी कोई फायदा नहीं हुआ तो आगे से कोई फायदा नहीं है आप पिछड़ नहीं जाएंगे सोशल मीडिया पर ऐसा कुछ क्रांतिकारी कटी घटित नहीं हो रहा है 

कंपटीशन एग्जाम  वाले  ध्यान दें  चाय की टपरी पर बैठने से अखबार के नोट नहीं बनेंगे ग्रुप स्टडी से फायदा होता है परंतु चाय की चर्चा तब आपकी खैरियत से निकलकर राजनीति की तरफ हो जाती है आपको पता भी नहीं चलता और आपका बहुमूल्य समय अनावश्यक बातों में ही खर्च हो जाती है इसलिए अपने समय का सदुपयोग करने में ध्यान बहुत ही ज्यादा समय वहां पर व्यतीत करने से जब आप पढ़ने बैठते आपका भी जाता है 

 

मन को भटकने से रोकने का रामबाण इलाज यह है की सिर्फ अपने विचारों को अपने दिमाग में रखे जो आपकी पढ़ाई से संबंधित उन लोगों से मिले जो आपके लक्ष्य से संबंधित है ज्ञानी उन्हीं बातों पर चर्चा करें जो आपके विषय से संबंधित अपने रिश्तेदारों से बात करें अपने लक्ष्य के बारे में ही बात करें आपके दिमाग में पढ़ने से संबंधित विचार ही आएगी इसलिए जवाब पड़ने बैठोगे तो कोई और विचार है कहीं आपने उसका मुंह तोड़ ही बंद कर दिया है 

 

मॉर्निंग वॉक पर जरूर चाहिए इससे हमारे फ्रेंड को ऑक्सीजन की सप्लाई होती है और हमारा वन दिनभर प्रसन्न चित्त रहता है और अगर आपको विश्वास हो 1 दिन जाएं और उस दिन फील करें महसूस करें अंदर से हां

 

 अगर मॉर्निंग वॉक नहीं जा सकते हैं तो योगा करें या कोई फिजिकल एक्सरसाइज करें या कोई खेल खेलें क्योंकि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ दिमाग रहता

 

और अगर दिमाग में अपने विचार आते हैं उन्हें दबाने के बगैर आप अपने दिमाग को पढ़ाई की तरफ बोलो अगर आप यह सोचेंगे कि जान हैं हम तो वह आएंगे आप यह सोचकर आप अपने दिमाग को पढ़ने की तरफ से प्रयास करें 

जब आपका मन करे तब आप पढ़ सकते हैं हर व्यक्ति विशेष की अलग खासियत होती है किसी को सुबह याद होता है किसी को दिल में याद होता है किसी को रात में याद होता है किसी को भूखे पेट याद होता है किसी को ज्यादा खाने के बाद में मन लगता है इसलिए दूसरों की तरफ ना देखें अपने हिसाब से अपना टाइम टेबल सेट करें




जहां तक हो सके अपनी पढ़ने वाली जगह पर ज्यादा सामान ना रखें सिर्फ पढ़ने से संबंधित सामान ही रखें जिन छात्रों को पढ़ने में बहुत ज्यादा समस्या है वह लिख कर पढ़ें इसमें समय ज्यादा लगता है लेकिन यह आपके द्वारा खराब किए गए समय से लाख गुना बेहतर है जैसे अगर आप 55 मिनट एक किताब को लेकर बैठे हैं और कुछ भी पढ़ा नहीं लेकिन अगर आप 55 मिनट तक लिखेंगे तो आप 5 पेज लिख चुके पढ़ चुके होंगे बोल चुके हो और सुन चुके हो 

 

जोर जोर से बोल कर पढ़ें अगर आपका मन बार-बार दूसरी जगह जा रहा है 

स्मार्ट वर्क या हार्ड वर्क

 स्मार्ट वर्क या हार्ड वर्क 



गधा बहुत मेहनती होता है जबकि नौकरी लोमड़ी की लगती है

 कंपटीशन एग्जाम वाले ध्यान दें

 समय और धन की बर्बादी ना करें

 दिमाग से काम ले

 

स्मार्ट वर्क और हार्ड वर्क इन दोनों के बारे में हम सब ने सुना

परंतु इस पर अमल कुछ ही लोग करते हैं और जो लोग करते हैं वह स्मार्ट हो जाते हैं

 

लड़का 5 साल से कॉन्स्टेबल की तैयारी में लगा हुआ है पटवारी की तैयारी में लगा हुआ आईएएस की तैयारी में लगा हुआ है बस लगा हुआ ही है नौकरी नहीं लग रही इरादे बिल्कुल मजबूत है इरादों में कहीं कोई कमी नहीं है 

पूरी ईमानदारी से मेहनत कर रहा है पर कहीं सिलेक्शन नहीं हो रहा क्यों

 

 लगा हुआ है मेहनत करने में दिशा और दशा से कोसो दूर है 

कंही कोई रणनीति नहीं है बस लगे हुए है 

 

इसका हल क्या है ?

इसी बात पर आज हम चर्चा करेंगे 

 

जिस भी एग्जाम की तैयारी कर रहे हैं योजनाबद्ध तरीके से करें 

ऐसी रणनीति बनाएं जो आपके हिसाब से सही हो ना की किसी दूसरे के द्वारा बताई गई हो 

क्योंकि अगर आपको स्वर्ग जाना है तो मरना भी आपको ही पड़ेगा 

 

एक बार जो रणनीति बना ली उस पर कायम रहे  हां थोड़ा बहुत लचीलापन हो सकता है पर विपरीत परिस्थितियां ना हो यानी जो किताबें एक बार आपने सेलेक्ट  कर ली उन पर ही अपना विश्वास रखें ऐसा ना हो की एक किताब को आधी पढ़ने के बाद उसे छोड़कर दूसरे खिताब को पढ़ें इससे आप न  घर के रहेंगे ना घाट के क्योंकि इससे समय की अनावश्यक बर्बादी होगी दोनों में से कोई भी किताब याद नहीं होगी क्योंकि समय की सीमा हमेशा होती है

 

पुराने प्रश्न पत्रों को अवश्य हल करें क्योंकि इससे आपको संबंधित एग्जाम के स्तर के बारे में पता चल सकेगा 

 

रिवीजन करने पर ज्यादा से ज्यादा ध्यान दो क्योंकि मायने यह रखता है कि आप  सवाल का  बिल्कुल सही जवाब दे पाए और रिवीजन से ही यह संभव है की नींद में भी आपसे कुछ प्रश्न किये जाये  तो आप उस प्रश्न का जवाब तुरंत दे सकें अन्यथा एग्जाम में सभी जवाब सही लगे सभी पढ़े हुए भी लगेंगे इस समस्या का हल सिर्फ रिवीजन है

 

सिलेबस के हिसाब से शॉर्ट नोट्स बनाएं तकरीबन 10 20 पेज के जिन से तुरंत रिवीजन हो जाए 

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