Types of Reference Service-संदर्भ सेवा के प्रकार
Ready reference service - प्रस्तुत संदर्भ सेवा
Long range reference service - व्याप्त संदर्भ सेवा
Long range reference service - व्याप्त संदर्भ सेवा क्या है ?
पुस्तकालय में कुछ प्रश्न ऐसे पूछे जाते हैं जिनका उत्तर देने में काफी अधिक समय तथा उपलब्ध संदर्भ ग्रंथों के अतिरिक्त अन्य ग्रंथ शोध ग्रंथ पत्र पत्रिकाएं या अन्य साहित्य व विषय विशेषज्ञों की आवश्यकता पड़ती है ऐसे प्रश्नों के उत्तर व्याप्त संदर्भ सेवा के द्वारा दिए जाते हैं
बढ़ते हुए वैज्ञानिक व तकनीकी अनुसंधान की वजह से विषय की जटिलताओं में लगातार वृद्धि हो रही है इन्हीं जटिलताओं ने व्याप्त संदर्भ सेवा की आवश्यकता को जन्म दिया है जो बीसवीं शताब्दी की देन है
व्याप्त संदर्भ सेवा का लक्ष्य किसी भी तरह प्रश्न कर्ता को उसकी सूचना उपलब्ध करवाना है
व्याप्त संदर्भ सेवा की परिभाषा क्या है?
व्याप्त संदर्भ सेवा को समय तत्व, स्रोत सामग्री व प्रश्न की प्रकृति के हिसाब से परिभाषित किया जा सकता है
समय तत्व- व्याप्त संदर्भ सेवा में उत्तर देने के लिए काफी समय लग सकता है समय का कोई निश्चित सीमा नहीं है यह 30 मिनट से कम भी हो सकता है और कई दिन भी लग सकते हैं
स्रोत तत्व- प्रस्तुत संदर्भ सेवा के इतर परंपरागत संदर्भ ग्रंथों के अतिरिक्त शोध ग्रंथ सामान्य ग्रंथ और अस्थाई पाठ्य सामग्री जैसे समाचार पत्र की कतरन, विवरणिका और परंपरागत सामग्री जैसे ग्रामोफोन रिकॉर्ड एप्स नक्शे चार्ट फिल्म हस्तलिखित ग्रंथ इत्यादि का प्रयोग भी किया जा सकता है इसमें न केवल पुस्तकालय में उपलब्ध सामग्री बल्कि बाहर या अन्य पुस्तकालय या विदेशी पुस्तकालय में उपस्थित सामग्री का उपयोग किया जा सकता है
सूचना की प्रकृति
प्रस्तुत संदर्भ सेवा में मांगी गई सूचना तथ्यात्मक होती है परंतु व्याप्त संदर्भ सेवा में प्रश्न जटिल व विस्तृत होते हैं और उनका विषय अनुसंधानात्मक होता है उन प्रश्नों का उत्तर खोजने के लिए विस्तृत और सतत खोज की विधि अपनाई जाती है प्रश्नों की जटिलता के निम्न कारण हो सकते हैं
विषय का विस्तार
अत्यंत नवीन अथवा पुराने विषय
भारतीय विषय
जानकारी का विदेशी भाषा के ग्रंथों में निहित होना
व्याप्त संदर्भ सेवा की आवश्यकता क्या है?
विश्व में प्रकाशित लेखों में से मात्र एक तिहाई ही पत्रिकाओं में लेख बद हो पाते हैं दो तिहाई लेख बिना छपे रह जाते हैं और वैज्ञानिक उनके उपयोग से वंचित हो जाते हैं अतः पाठकों के मार्गदर्शन , ग्रंथ और सूचना प्राप्ति हेतु व्याप्त संदर्भ सेवा का होना अति आवश्यक है
व्याप्त संदर्भ सेवा प्रदान करने की विधि क्या है?
प्रक्रिया को तीन भागों में विभाजित करते हैं
तैयारी
सेवा
समीकरण
1.तैयारी
व्याप्त संदर्भ सेवा में अधिकतर विषयों से गहन प्रश्न पूछे जाते हैं इसलिए संदर्भ सहायकों को विभिन्न विषयों का ज्ञान होना चाहिए उन्हें मान्यता प्राप्त लेखकों के ग्रंथों का अध्ययन करना चाहिए और सामान्य ज्ञान की जानकारी होनी चाहिए
विषयों के अंतर संबंध के बारे में भी जानकारी होनी चाहिए
पुस्तकालय के सामान्य ग्रंथ संग्रह का भी पूर्ण ज्ञान संदर्भ सहायक को होना चाहिए
2.सेवा
प्रश्नकर्ता को संतुष्ट करना ही सेवा है यह 3 चरणों में संपन्न की जाती है
अभीष्ट प्रश्न या उसके विषय को अच्छी तरह समझना
साहित्य की खोज करना
प्रश्नकर्ता को अभीष्ट साहित्य अथवा उत्तर प्रदान करना
3.समीकरण
पुस्तकालय अध्यक्ष को विभिन्न क्षेत्रों में होने वाले नवीन विकास की जानकारी होनी चाहिए अपडेट रहना चाहिए समय-समय पर अपने सहयोगियों के साथ अनुभवों को बांटना चाहिए राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय पर्यटन केंद्रों से संबंध बनाए रखना चाहिए प्रत्येक प्रश्न की खोज को लेख बंद किया जाना चाहिए अनुत्तरित प्रश्नों के कारण का भी उल्लेख करना चाहिए
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