राजस्थान की लवणीय झीलें
सांभर झील
(जयपुर, नागौर, अजमेर)भारत में खारे पारी की सबसे बड़ी झील।
इस झील में मन्था, रूपनगढ़, खारी एवं खण्डेला नदियाँ तथा कई लघु धाराएँ आकर मिलती है।साँभर से देश के कुल नमक उत्पादन का 8 प्रतिशत प्राप्त होता है।
पचपदरा झील (बाड़मेर)
सोडियम क्लोराइड की मात्रा सर्वाधिक 98 प्रतिशत सर्वोत्तम खाद्य नमक • यहाँ पर खारवाल लोगों द्वारा 'मोरली' झाड़ी की टहनियों से नमक के स्फटिक बनाये जाते हैं।
डीडवाना झील (नागौर)
राज्य सरकार द्वारा स्थापित सोडियम सल्फेट बनाने का कारखाना यहाँ पर स्थित है।
लूणकरणसर झील (बीकानेर)
उत्तरी राजस्थान की एकमात्र खाने पानी की झील, बीकानेर-श्रीगंगानगर मार्ग पर स्थित।
खारे पानी की राज्य में अन्य झील :
कावोद (जैसलमेर), कुचामन एवं डेगाना (नागौर), काछोर एवं रैवासा (सीकर), पोकरण (जैसलमेर), फलौदी (जोधपुर) राज्य में खारे पानी की झीलें टेथिस सागर के अवशेष मानी जाती हैं।
सांभर झोल राजस्थान में समुद्रतल से सबसे कम ऊँचाई वाला क्षेत्र माना जाता हैं।
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